स्ट्रैबो का भूगोल में योगदान

स्ट्रैबो का भूगोल में योगदान       स्ट्रैबो का जन्म ईसा से 64 वर्ष पूर्व टर्की के कालासागर तटवर्ती क्षेत्र में अमेशिया नगर में हुआ था। उनकी आरम्भिक शिक्षा नीसा नगर में एरेस्टोडोमस नाम विद्वान की देखरेख में हुई, बाद में वे उच्च शिक्षा के लिए कोरिन्थ नगर में आ गये। स्ट्रैबो ने भूमध्यसागरीय क्षेत्रों का अधिक … Read more

इरेटोस्थनीज की भूगोल को देन

इरेटोस्थनीज की भूगोल को देन      इरेटोस्थनीज का भूगोल के विकास में योगदान निम्न बिन्दुओं के अन्तर्गत स्पष्ट किया गया है।   ✍️ इरेटोस्थनीज का पृथ्वी सम्बन्धी विचार          इरेटोस्थनीज का विचार था कि पृथ्वी की आकृति गोलाभ है। यह अपने अक्ष पर 24 घण्टे में एक बार चक्कर लगाती है। इसे घूर्णन कहते हैं। इस गति से … Read more

प्रेम रंग में दीवानी मीरा ~ करुणा व प्रेम का प्रतीक लोकदेवता बाबा रामदेव ~ रामसा पीर, रुणेचा रा धणी, पीरां रा पीर श्रीकृष्ण को सर्वोत्तम मित्र क्यों माना जाता है ? परमाणु क्या होता है ? आप जानते हो ! झाँसी की रानी के रहस्मयी तथ्य सुनीता विलियम्स ~ भारतीय मूल की अन्तरिक्ष यात्री पारिवारिक सम्बंध में हमारे रिश्तों की पहचान क्या होती है ? क्या आप पदार्थ (Matter) के बारे में जानते है ?🤔 सरदार भगतसिंह क्यों बने क्रन्तिकारी ? भूमण्डलीय स्थितीय तंत्र (GPS – Global Positioning System ) International Pushkar Fair