राजस्थान के प्रमुख लोकदेवता | Lokdevata

राजस्थान के प्रमुख लोकदेवता क्षेत्रीय स्तर पर समय-समय पर उत्कृष्ट कार्य, बलिदान, उत्सर्ग या परोपकार करने वाले महापुरुषों को लोक देवता या पीर कहा जाता है भूमि रक्षक देवताओं को भौमिया कहा जाता है।  गांव रक्षक देवताओं को क्षेत्रपाल कहा जाता है।  मारवाड़ के पंच पीर निम्न प्रकार है। गोगाजी, पाबूजी, हड़बूजी, रामदेव जी, मेहा … Read more

हमारा राजस्थान में 1857 ई. की क्रांति

        भारत में आजादी के लिए चेतना और संघर्ष का इतिहास हमारे लिए स्मरणीय है । यह 1857 ई. से शुरू होता है । 1857 ई. का स्वतंत्रता संग्राम, भारतीय इतिहास की महत्त्वपूर्ण घटना है । 1818 ई. तक राजस्थान के विभिन्न राज्यों ने अंग्रेजों से संधिया कर ली थी, जिसमें यह … Read more

18 वीं सदी का हमारा राजस्थान

        18 वीं सदी का हमारा राजस्थान से सम्बंधित मराठा शक्ति को सर्वप्रथम शिवाजी ने संगठित किया । औरंगजेब की मृत्यु के पश्चात , मराठा शक्ति ने उत्तर भारत में विस्तार की नीति अपनाई , जिससे वे मालवा व गुजरात में आक्रमण करने लगे । मराठों का मालवा व गुजरात पर आक्रमण … Read more

हमारा राजस्थान की लोक संस्कृति एवं कला

         कृतिका दिल्ली में हुई गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेकर आज विद्यालय आयी थी । प्रार्थना सभा में कृतिका का स्वागत करते हुए उसे अपने अनुभव साझा करने हेतु आमंत्रित किया गया । कृतिका ने बताया कि उसे वहाँ अन्य राज्यों के बच्चों के साथ रहने का अवसर मिला और उसने … Read more

हमारा राजस्थान में आधारभूत सेवाएँ

      किसी राज्य के विकास के लिए कुछ आधारभूत सेवाओं की आवश्यकता होती है, जैसे- शिक्षा , चिकित्सा , परिवहन एवं स्वास्थ्य आदि। आमजन को आधारभूत सेवाएँ उपलब्ध करवाना , सरकार का प्रमुख दायित्व होता है।         राजस्थान में राज्य सरकार द्वारा इस क्षेत्र में किए गए कार्यों का संक्षेप … Read more

हमारा राजस्थान आजीविका के प्रमुख क्षेत्र

    आजीविका के प्रमुख क्षेत्र – मनुष्य अपने जीवन निर्वाह के लिए जो कार्य करते हैं, यह क्षेत्र विशेष के प्राकृतिक संसाधन , जलवायु व आर्थिक , सामाजिक , शैक्षिक स्तर पर निर्भर करता है । राजस्थान खनिज सम्पदा में एक सम्पन्न राज्य है । साथ ही यहाँ विभिन्न प्रकार की जलवायु पाई जाती … Read more

हमारा राजस्थान के जल संसाधन और संरक्षण

        जल की उपलब्धता के कारण ही पृथ्वी पर जीवन संभव है । जल का उपयोग पेयजल , दैनिक घरेलू कार्य , सिंचाई व उद्योग आदि कार्यों में किया जाता है । जल के समस्त स्रोत जल संसाधन कहलाते हैं । राजस्थान के मुख्य जल स्रोतों में झीलें , नदियाँ और उन … Read more

प्रेम रंग में दीवानी मीरा ~ करुणा व प्रेम का प्रतीक लोकदेवता बाबा रामदेव ~ रामसा पीर, रुणेचा रा धणी, पीरां रा पीर श्रीकृष्ण को सर्वोत्तम मित्र क्यों माना जाता है ? परमाणु क्या होता है ? आप जानते हो ! झाँसी की रानी के रहस्मयी तथ्य सुनीता विलियम्स ~ भारतीय मूल की अन्तरिक्ष यात्री पारिवारिक सम्बंध में हमारे रिश्तों की पहचान क्या होती है ? क्या आप पदार्थ (Matter) के बारे में जानते है ?🤔 सरदार भगतसिंह क्यों बने क्रन्तिकारी ? भूमण्डलीय स्थितीय तंत्र (GPS – Global Positioning System ) International Pushkar Fair